देश की आर्थिक हालात खराब हो रही है। लोग अपने जोखिम को कम से कम करना चाहते है, या फिर यह समझें की लोग जोखिम लेने से बच रहे हैं। इस बीच म्यूचुअल फंडों के इंवेस्टर ब्लूचिप फंडों (Blue chip fund) के बारे में जानना चाहते हैं, कि क्या सही में ही Blue chip fund म्यूचुअल फंड की कोई कैटेगरी है?
तो चलिए आज की इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा की Blue Chip fund आखिर क्या होते हैं। यह किस प्रकार से काम करता है। साथ ही Blue Chip fund के लाभ और जोखिम क्या हैं?
ब्लू चिप फंड (Blue Chip Fund)
ब्लू चिप फंड (Blue Chip Fund) एक ऐसा इक्विटी प्लान है, जिसका उद्देश्य इंवेस्टर के फाइनेंशियल उद्देश्यों को पूरा करने में मदद के जरिए उन्हें एसेट अर्न (Asset Earn) की संभावनाएं उपलब्ध करवाना होता है।

ब्लू चिप फंड (Blue Chip Fund) में लोकप्रिय वस्तुएं और सेवाएं जो होती हैं, और इनका आउटपुट जो निकलता है, वह विक्री, लाभप्रद्धता और लाभांश परिणाम को दर्शाता है। ये MMC (एमएमसी) की पेशकश करने वाले ब्लू चिप फंड होते हैं। जोकि विख्यात ब्रांड होते हैं।
आपको बता दें, चाहे कोई भी ब्लू चिप कंपनी का स्टॉक हो, वह सबसे सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश करता है। और यही वजह है, कि ब्लू चिप फंड (Blue chip fund) के अधिकतर स्टॉक्स छोटे स्मॉल कैप कंपनियों की तुलना में कम उतार चढ़ाव वाले होते हैं। और इसी स्थिरता की वजह से इंवेस्टर इन्हें ज्यादा पसंद करते हैं।
क्या ब्लू चिप फंड म्यूचुअल फंड की कैटेगरी है?
लोग अधिक से अधिक जोखिम लेने से बच रहे हैं, इसी बीच म्यूचुअल फंड के इंवेस्टर ब्लू चिप फंड (Blue chip fund) के बारे में जानना चाहते हैं, कि क्या यह सच में म्यूचुअल फंड का ही कोई हिस्सा है। तो इसका उत्तर है, नहीं।
बाजार में रखे हुए नजर जोकि इंवेस्टर के हित के लिए बनाई गई है, SEBI ने इस तरह की किसी भी कैटेगरी को आधिकारिक मंजूरी नहीं दी है। SEBI के नियम के अनुसार, Blue chip fund, म्यूचुअल फंड की कोई भी कैटेगरी नहीं है। बहुत से एडवाइजर और बहुत सी कंपनियां लार्ज कैप फंड को ही Blue chip fund के तौर पर ही प्रयोग करते हैं।
आपको बता दें, कि Blue chip fund की सलाह उन इन्वेस्टरों को दी जाती है, जो मार्केट में ज्यादा जोखिम नहीं ले सकते हैं। इन स्कीम में आपको कम से कम 5 सालों को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए।
ब्लू चिप फंड कैसे काम करता है
ब्लू चिप फंड सामान्य तौर पर बीएसई 100 इंडेक्स की छोटी कंपनियों को जिनका कि मार्केट कैपिटलाइजेशन भी काफी कम होता है, वाले स्टॉक्स को विभाजित करती हैं, और उन इक्विटी स्टॉक्स में रिसोर्सेज को डायवर्सिफाई करके एक बेहतर लाभ हासिल करते हैं।
ब्लू चिप फंड के लाभ
- भविष्य के लिए अच्छी मात्रा में धन को एकत्रित करना।
- इक्विटी प्लान होने की वजह से Blue chip fund पैसों को बनाने में और अधिक सुलभता प्रदान करता है।
- इस स्कीम में मनी मार्केट टूल में इन्वेस्ट करने का विकल्प है, जिससे रिक्रेन्ट रेवेन्यू मिलता है, और इससे वित्तीय स्थिरता बनी रहती है।
- ब्लू चिप फंड में निवेश करके हम अपने रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की अच्छी शिक्षा उनका भविष्य आदि इन्वेस्टमेंट लक्ष्यों को भी पूरा कर सकते हैं।
- यह एक ओपन एंडेड स्कीम है, जिसमे आप अपनी जरूरत के अनुसार कभी भी मनी को विड्रावल और रिडीम कर सकते हैं। और उस स्थिति में लोन लेने से बच सकते हैं।
- यह एक सेफ इन्वेस्टमेंट है।
ब्लू चिप फंड में कितना जोखिम है–
- जिन निवेशकों को हाई वोलेटिलिटी पसंद आती है, उनके लिए यह फंड बिल्कुल भी सही नही रहेगा, क्योंकि ब्लू चिप फंड की कंपनियों में उतार चढ़ाव कम देखने को मिलता है।
- उतार चढ़ाव कम होने की वजह से इसके रिटर्न्स भी सीमित मिलता हैं।
- इसमें निवेशकों से जुटाई गई रकम का कम से कम 80 परसेंट टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है।
- बड़े बड़े सलाहकार इसकी सलाह उन निवेशकों को देते हैं, जो अधिक रिस्क नहीं ले सकते हैं।
- सलाहकार द्वारा इन स्कीमों को कम से कम 5 से 7 साल तक के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर इन्वेस्ट करना चाहिए।