आप यदि स्टॉक मार्केट में इंटरेस्ट रखते होंगे, तो आपको ट्रेडिंग के बारे में अवश्य ही पता होगा। लेकिन काफी लोगों के मन में यह सवाल भी जरूर आता है, कि ट्रेडिंग आखिर कितने प्रकार (Types of Trading) की होती है।
तो चलिए आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे की ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading) कितने होते हैं।
ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading)
स्टॉक मार्केट (Stock Market) में ट्रेडिंग के मुख्यत चार प्रकार होते हैं। तो चलिए जानते हैं, – Types of Trading के बारे में।

- इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
- शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग (Short term trading)
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
1. इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत आपको अपने द्वारा लिए गए ट्रेड को एक ही दिन की अंदर लेना भी होता है, साथ ही उसी दिन बेचना भी होता है। यदि आप अपने शेयर या फिर ट्रेड को किसी भी वजह से बेचना नही चाहते हो, तो आपका वह शेयर ऑटोमैटिक मार्केट बंद होने पर खुद का खुद सेल हो जायेगा। भारतीय स्टॉक मार्केट का समय सुबह 9:15AM से शाम के 3:30PM तक होता है।
- ट्रेडिंग (Trading) Vs इन्वेस्टिंग (Investing)
- रुपए (Rupee) Vs डॉलर (Dollor)
- फॉरेक्स ट्रेडिंग (Forex Trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग का सबसे मुख्य फायदा यह है, कि यदि आपके पास स्टॉक को लेने लायक कैपिटल नहीं भी हो, तभी भी आपको वह स्टॉक एक सस्ते प्राइस पर मिल जाता है। मतलब की इसमें आपको ब्रोकर की तरफ से एक अच्छा खासा मार्जिन देखने को मिल जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग का नुकसान यह है, कि आपको उसी दिन ट्रेड को लेना भी होता है, और बंद भी करना होता है। अब चाहे आप फायदे में हो या फिर नुकसान में। इसमें रिस्क भी काफी अधिक होता है। यदि आपको स्टॉक मार्केट के बारे में अधिक नॉलेज नही है, तो फिर आपको इससे दूर रहना चाहिए, क्योंकि शुरुआती दौर में सभी लोग इंट्राडे ट्रेडिंग को काफी पसंद करते हैं। और आखिरी में उनको असफलता ही देखने को मिलती है।
2. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
स्विंग ट्रेडिंग में आपके द्वारा लिए गए ट्रेड को कुछ दिनों या फिर कुछ हप्तों तक होल्ड करने के बाद बेच सकते हो। जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग आपकी इंट्राडे ट्रेडिंग से बिल्कुल अलग होती है। इसमें आप अपना लॉस और प्रॉफिट को आसानी से झेल सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
यदि आप ट्रेडिंग के फील्ड में नए उतरे हैं, तो आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग एक अच्छी ऑपोच्युनिटी हो सकती है। इसके बाद आप अच्छे स्टॉक्स को भी सेलेक्ट कर सकोगे। साथ ही आप स्टॉक मार्केट के उतार चढ़ाव को भी आसानी से समझ पाओगे।
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग में यदि आपके द्वारा अच्छे स्टॉक्स को नहीं चुना गया तो आप नुकसान में जाओगे। इस ट्रेडिंग में आपके द्वारा अच्छे स्टॉक्स को चुनना बहुत जरूरी है, ताकि आप स्टॉक में काफी दिनों तक इन्वेस्ट रख सके।
3. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग (Short term investing)
ट्रेडिंग में कुछ ट्रेड ऐसे भी होते हैं, जोकि लोग कुछ हप्तों से लेकर के महीनों तक भी होल्ड करके रखते हैं। उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जा सकता है। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग में एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होती है, जिसमे की आपको नजर रखनी होती है, तभी जाकर के आप अपने स्टॉक को मिनिमाइज कर सकते हो।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
शॉर्ट टर्म में यदि आप अपनी पूरी रिसर्च के साथ स्टॉक्स को सेलेक्ट करते हो, तो आप अपने लॉस को मिनिमाइज कर सकते हो। और प्रॉफिट में रह सकते हो।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के नुकसान
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में आप नुकसान में तब जा सकते हो, यदि आप दूसरों की राय लेकर के स्टॉक्स को बाय करोगे। यदि आपने यूट्यूब या फिर किसी अन्य प्लेटफॉर्म से सुन कर के स्टॉक्स में इन्वेस्ट किया है, तो आप पक्का लॉस मे जाओगे। क्योंकि इसमें खुद की रिसर्च के साथ साथ आपको स्टॉक के फंडामेंटल भी पता होने चाहिए।
4. लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
लॉन्ग टर्म के नाम से ही आपको पता चल रहा होगा, कि आखिर लॉन्ग टर्म किसे कहेंगे, लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग आप उसे कह सकते हैं, जिसमे आप स्टॉक्स को एक साल से अधिक समय तक होल्ड कर के रखते हैं। लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहलाती है।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के फायदा और नुकसान
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में यदि आपने स्टॉक्स के फंडामेंटल को अच्छे से देख करके स्टॉक्स को बाय किया है, तो आप एक अच्छा रिटर्न्स कमा सकते हैं। लेकिन यदि आपने स्टॉक्स को बिना सोचे समझे किस्मत के भरोसे लिया है, तो आप हमेशा नुकसान में ही रहोगे।
इसलिए आप जब भी स्टॉक्स को बाय करोगे तो आपको उस स्टॉक्स के फंडामेंटल जान लेना चाहिए। ताकि आप हमेशा लॉन्ग टर्म में प्रॉफिटेबल में रहो।
उम्मीद करता हूं कि आपको Types of Trading अच्छे से समझ आ गई होगी। यदि आपका कोई भी सवाल हो, तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं।