Fixed deposit kya hota hai

Fixed deposit

Fixed Deposit–

     प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन को अच्छे से रखने के लिए या अच्छे से चलाने के लिए बचत करने की बहुत आवश्यकता होती है। क्योंकि पैसों के बिना हमारा जीवन अधूरा है। बहुत से लोग धन को बचाने के लिए भिन्न– भिन्न तरीके से बचत करने की कोशिश करते हैं। और बहुत से तरीके अपनाते हैं। 

   लोग अपने इन्वेस्टमेंट को भिन्न – भिन्न जगह डाइवर्सिफाई कर के रखते हैं, जिसे की वे अपना आइडियल पोर्टफोलियो ( Ideal Portfolio ) समझते हैं। आज के समय में पोस्ट ऑफिस के अलावा सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंकों द्वारा बचत करने के लिए अनेक प्रकार की स्कीमों को चलाया जा रहा है। निवेश करने के आज के समय में बहुत से ऑप्शन आ गए हैं, जैसे की म्यूचुअल फंड ( mutual fund ), इंडेक्स फंड, ( index fund ), शेयर मार्केट आदि इनमें से एक आप्शन एफडी भी है, जिसका कि पूरा नाम Fixed Deposit होता है,  बचत के मामले में यह स्कीम बहुत ही पॉपुलर है, जिसे कि बहुत से लोगों द्वारा प्रयोग किया जाता है।

  इसका मुख्य कारण यह है, कि Fixed Deposit में आपका पैसा सुरक्षित तो रहता ही है, इसके साथ ही इसमें आपको एक निर्धारित रिटर्न भी दिया जाता है। इसकी सबसे खास बात यह है, कि Fixed Deposit की यह जो स्कीम होती है, वह शेयर मार्केट से जुड़ी हुई नहीं होती है, जिससे कि शेयर मार्केट ( Share market ) के उतार-चढ़ाव का इस पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है। 

Fixed Deposit जो होता है, वह सबसे सुरक्षित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक माना जाता है, जो पोस्ट ऑफिस, बैंक और प्राइवेट वित्तीय कंपनियां (NBFC) अपने ग्राहकों को प्रदान करती हैं। Fixed Deposit के द्वारा लोग एक निश्चित समय के लिए पहले से निर्धारित ब्याज दर पर एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं।

  आपको बता दें, कि यदि निवेश करनें वाला व्यक्ति अगर कोई वरिष्ठ नागरिक (60 वर्षों से अधिक उम्र वाले व्यक्ति) है, तो उनके लिए उच्च ब्याज दरों का ऑफर दिया जाता है। इसकी सबसे अच्छी बात तो यह है, जब भी आपको पैसों की जरूरत होती है, तो आप एफडी अकाउंट को कैश में बदल सकते हैं। एफडी अकाउंट में व्यक्ति को एक निश्चित राशि को एक निश्चित समय के लिए जमा करना होता है। और इस अकाउंट में जो धनराशि जमा की जाती है, उसमें पहले से ही एक निर्धारित व्याज बता लिया जाता है।

  इसमें आपको भिन्न – भिन्न जगहों में अलग अलग व्याज देखने को मिलता है। भिन्न – भिन्न जगहों से मतलब यहां पर पोस्ट ऑफिस, सरकारी और गैर सरकारी बैंकों से है। परंतु सभी संस्थानों में निवेश करनें का तरीका एक जैसा ही होता है। Fixed Deposit में आप अधिकतम 10 वर्ष तक के लिए निवेश कर सकते है।

Fixed Deposit के प्रकार–

1. स्टैण्डर्ड टर्म डिपॉजिट्स (Standard Term Deposits)–

स्टैण्डर्ड टर्म डिपॉजिट्स में आप अपनी धनराशि को पहले ही निर्धारित ब्याज दर पर एक निश्चित समय के लिए निवेश करते हैं। और इसकी समय अवधि 7 दिनों से लेकर 10 वर्ष तक रहती है। लेकिन इसमें निवेश करने का समय और व्याज आपको कितना मिलेगा, यह वह ही वित्तीय संस्थान निर्धारित करेगा, जिसमे कि आप निवेश कर रहे हों।

2. रेकरिंग डिपाजिट (Recurring Deposit)–

रेकरिंग डिपाजिट के अंतर्गत आप अपनी इन्वेस्टमेंट को एक निश्चित समय के लिए जिसकी अवधि मासिक या त्रैमासिक होती है, उसके लिए जमा करते है। इसके अंतर्गत व्याज और समय सीमा क्या होगी, यह प्रहले ही निर्धारित कर दिया जाता है। और समय सीमा पूरी होने पर आपको आपकी धनराशि व्याज के साथ दे दी जाएगी।

3. सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपॉजिट्स (Senior Citizen Fixed Deposits)–

60 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को अर्थात जिन्हे कि वरिष्ठ नागरिक कहा जाता है। उनके लिए बैंक और एनबीएफसी (NBFC), बाकी अन्य निवेशकों की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट पर उनको अधिक ब्याज दर (0.25-0.50%) अधिक व्याज प्रदान करते है। इसके अतिरिक्त उनके लिए फिक्स डिपोजिट से प्राप्त ब्याज पर टैक्स भी नहीं कटता है।

4. कॉर्पोरेट फिक्स डिपाजिट (Corporate Fixed Deposit)–

Corporate Fixed Deposit को कुछ कंपनियां या कोई अन्य संस्थाएं इनकी पेशकश करती हैं। इसके साथ साथ यह आपके बैंकों और NBFC से अधिक ब्याज देने की पेशकश भी करते हैं, परन्तु आपको बता दें, कि कॉर्पोरेट एफडी जो होता है, इसमें अधिक जोखिम होता है। उद्धरण से देखें तो यदि कोई कंपनी कभी दिवालिया हो जाती है, तो इस बात की आपको कोई भी गारंटी नहीं दी जाती है, कि कॉर्पोरेट एफडी में जो आपका पैसा जमा हुआ है, वह पैसा आपको दे दिया जाएगा।

5. एनआरआई फिक्स्ड डिपॉजिट (NRI Fixed Deposit)–

NRI Fixed Deposit विदेशी मुद्रा में कमाई करने वाले नागरिकों के लिए उपलब्ध होता है। हालांकि मुद्रा में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते रहते हैं। एनआरई एफडी का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह होता है, कि पूरी राशि जिसमे मूलधन और ब्याज मिल कर के आता है, वह पूरा टैक्स फ्री होता है। यह को फिक्स्ड डिपॉजिट होता है, वह भारतीय या विदेशी मुद्रा में जमा भी किया जा सकता है। परंतु इसमें आपको 30% प्रतिवर्ष की दर से टैक्स (Tax ) देना होता है।

फिक्स डिपाजिट में ब्याज दर (Fixed Deposit Interest Rate)–

Fixed Deposit में पैसा निवेश करते समय सबसे मुख्य चीज ब्याज दर होती है, कि आखिर हमको इतना पैसा निवेश करने में कितना पैसा बनेगा।

   सरल शब्दों में कहा जाए, तो यह हमारे द्वारा निवेश किए गए पैसों में  मिला हुआ लाभ होता है। इसके लिए बैंकों को देखने वाला बैंक (भारतीय रिज़र्व बैंक) द्वारा समय-समय पर गाइड लाइंस जारी की जाती है, जिसके हिसाब से की प्रत्येक बैंक को गाइडलाइन को फॉलो करना होता है। और जितने भी वित्तीय संस्थान होते हैं, इसी के अनुरूप अपना ब्याज दर ऑफर किया करते हैं। हालाँकि अलग-अलग वित्तीय संस्थानों द्वारा अलग–अलग ब्याज दर पेश की जाती है। जिसका कि सीधा प्रभाव फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली राशि पर पड़ता है।

   इस लिए एफडी में इनवेस्ट करने से पहले इनकी तुलना अन्य बैंक संस्थानों से कर लेनी चाहिए। यदि हम वर्तमान समय में फिक्स्ड डिपॉजिट ( Fixed Deposit ) पर मिलनें वाले ब्याज दर की बात करे, तो यह आज के समय में एफडी में लगभग 5 से 6 प्रतिशत है।

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