यह तो हर किसी को पता होता है, कि इन्वेस्टमेंट दो तरह की होती है, पहली शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट और दूसरी Long term investment, पिछली पोस्ट में आपने जाना की शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट (Short term investment) क्या होता है। और शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में आपके लिए कौन से विकल्प बेहतर हो सकते हैं।
इस पोस्ट में आप जानेंगे की लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट (Long term investment) क्या होता है। यह कैसे एक बेहतर विकल्प होता है। और बड़े बड़े दिग्गज निवेशक Long term investment ही क्यों करते हैं। साथ ही इसको अपनाने से क्या–क्या फायदे हो सकते हैं।

लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट (Long Term Investment)
जब भी आपके द्वारा शेयर या फिर किसी फाइनेंशियल एसेट्स को 2 साल से अधिक अवधि के लिए होल्ड करके रखते हैं, तो उसे Long Term Investment कहते हैं। आपको बता दें, की फाइनेंशियल एसेट को आप कितने भी समय तक अपने पास रख सकते हैं। यह जरूरी नहीं है, की आपको 2 साल से अधिक समय तक ही होल्ड करना होता है।
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के एक्सपर्ट का कहना है, की Long term investment वह होती है, जिसमे की हमारे द्वारा फाइनेंशियल एसेट्स को 5 साल से अधिक समय के लिए होल्ड करके रखा जाता है।
स्टॉक मार्केट में भी Long Term Investment करना चाहिए, इससे आपको आने वाले समय में एक अच्छा रिटर्न्स देखने को मिलता है। आपको बता दें, कि दुनिया में जितने भी बड़े दिग्गज निवेशक हुए हैं, वह स्टॉक मार्केट (Stock market) में Long Term Investment ही किया करते हैं। अब चाहे वह वारेन बफेट हो या फिर राकेश झुनझुनवाला।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर जो होते हैं, वह कंपनी के वर्तमान एनालिसिस को देख कर के उसमे निवेश नहीं करते हैं, बल्कि वह पहले तो कंपनी के फंडामेंटल को अच्छे से देखते हैं। फंडामेंटल देखने के बाद में वह उस बिजनेस को अच्छे से समझते हैं। और तब जाकर के उसमे निवेश करते हैं। इस तरह से निवेशक कंपनी के आने वाले फ्यूचर का अंदाजा लगाकर के उसे लंबे समय तक इन्वेस्ट (Investment) करके रख देते हैं।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर कभी भी छोटे मोटे मूवमेंट पर ध्यान नहीं देते हैं। अब उसमे चाहे उनको काफी प्रॉफिट हो रहा हो, या फिर काफी नुकसान।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें–
Long Term Investment के लिए आप स्टॉक्स को चुनने के लिए आप निम्न चीजें देख सकते हैं।
- कंपनी का फंडामेंटल जितना ज्यादा अच्छा होगा, वह कंपनी उतनी अच्छी कहलाएगी। आपको ऐसी कंपनियों में इन्वेस्ट करना चाहिए।
- आपको देश की ब्लू चिप कंपनियों में निवेश करना चाहिए। ब्लू चिप कंपनियां अपने फील्ड की टॉप कंपनियों को कहा जाता है।
- आपको ऐसी कंपनियों में निवेश करना चाहिए, जिसमे की आगे फ्यूचर हो, या फिर फ्यूचर में इसकी डिमांड ज्यादा हो। उद्धरण के लिए Electrical vehicle और Renewable energy सेक्टर की कंपनियां।
- यदि कंपनी के पास उसके एसेट्स से ज्यादा का लोन है, तो आपको ऐसी कंपनियों में कभी निवेश नही करना चाहिए।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के फायदे
Long term investment के बहुत से फायदे होते हैं। जिस वजह से दिग्गज निवेशक इनको फॉलो करते हैं।
1. अच्छा रिटर्न (Better Return)
लॉन्ग टर्म तक इन्वेस्ट करने से आपको एक अच्छा रिटर्न्स देखने को मिलता है। आप जितने अधिक सालों तक अपने पैसों को इन्वेस्ट करके रखते हैं। उनमें आपको उतना अच्छा रिटर्न्स देखने को मिलेगा। यह इसलिए क्युकी इसमें तब कंपाउंड इंटरेस्ट भी लगता जाता है। और यह काफी बार देखा गया है, कि जितना अधिक समय इन्वेस्टमेंट को होता है। वह उतना अच्छा रिटर्न्स आपको देता है। बशर्तें स्टॉक्स के फंडामेंटल और उसका फ्यूचर अच्छा होना चाहिए।
2. सरल इन्वेस्टमेंट (Easy to invest for longterm)
यदि आपके द्वारा इन्वेटमेंट को छोटे समय के लिए रखा जाता है, तो उसमे आपको उस कंपनी को बार बार देखना पड़ता है, कि आखिर कंपनी को अभी कितना प्रॉफिट या लॉस हुआ है। इसके साथ ही आपके द्वारा बार बार प्राइस मूवमेंट और चार्ट को देखना पड़ता है।
कभी कभी तो ऐसे भी होता है, कि कुछ पैसों को कमाने के लिए आप लालच में आकर के अपना सारा पैसा ही उड़ा देते हैं। इससे अच्छा तो आप एक अच्छी कंपनी में इन्वेस्ट करके उसपे ध्यान देना ही छोड़ दें। तब आने वाले समय में आपको एक अच्छा रिटर्न्स देखने को मिल सकता है।
3. इमोशन में कंट्रोल (Control of Emotion)
शॉर्ट टर्म में इन्वेस्टर बार बार अपने पोर्टफोलियो को देखता रहता है, यदि उसको लॉस हो रहा हो, या फिर थोड़ा बहुत फायदा तो वह उसे बेच कर निकल जाता है। लेकिन लॉन्ग टर्म में इन्वेस्टर को इन छोटी मोटी मूवमेंट से कोई भी फरक नही पड़ता है। और वह इनसे घबराता नहीं है। इस तरह से वह अपने इमोशन को भी कंट्रोल कर लेता है।
4. कंपाउंड इंटरेस्ट (Compound Interest)
यदि आप long term investment करते हैं, तो इसमें आपको रिटर्न के ऊपर भी रिटर्न्स देखने को मिलेगा। याने कि इसमें हमें पावर ऑफ कंपाउंडिंग देखने को मिलती है। और एक अच्छा रिटर्न्स हमको लास्ट में देखने को मिलता है। जोकि बहुत ही अविश्वनीय होता है।