Income tax एक लेटिन शब्द टैक्सो से लिया गया है। जिसका हिंदी में मतलब कर ( Tax ) होता है। आप दुनिया के किसी भी जगह में रह रहे हो, चाहे वह अपना देश हो या फिर कोई अन्य देश। आपको उस देश की सरकार को टैक्स का भुगतान तो करना ही पड़ता है।
वैसे तो टैक्स बहुत से प्रकार के होते हैं, जैसे की आपका केंद्र सरकार टैक्स, राज्य सरकार टैक्स, डायरेक्ट ( प्रत्यक्ष ) और इनडायरेक्ट ( अप्रत्यक्ष ) टैक्स आदि। लेकिन भारत में मुख्य तौर पर इन टैक्सों को 2 भागों में बांटा गया है। एक होता है डायरेक्ट टैक्स और दूसरा इनडायरेक्ट टैक्स। और यह इस बात पर निर्भर करता है, कि सरकार को आपके द्वारा टैक्स किस तरीके से दिया जा रहा है।

इनकम टैक्स (Income tax)
Income tax एक वित्तीय शुल्क होता है, जोकि देश का राजस्व बड़ाने के लिए लोगों से वसूला जाता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो किसी व्यक्ति या फिर कॉरपोरेट सस्थानों से राजस्व को जुटाने के लिए सरकार द्वारा लिया जाने वाला पैसा टैक्स कहलाता है। टैक्स वह राशि होती है, जिससे की सरकार चलती है। और वह अपने देशवासियों के लिए रोजगार और देश को आगे बड़ाने में उस टैक्स के माध्यम से ही यह सब कर पाती है। मुख्य तौर से इनको 2 भागों में रखा गया है।
1– डायरेक्ट टैक्स ( Direct tax )
2– इनडायरेक्ट टैक्स ( Indirect tax )
डायरेक्ट टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स –
जैसे की नाम से ही पता चल रहा है, कि डायरेक्ट टैक्स क्या होता है। डायरेक्ट टैक्स एक ऐसा टैक्स होता है, जोकि व्यक्ति से सीधे गवर्मेंट के पास जाता है। सरल तरीके से समझाऊं तो यह टैक्स करदाताओं के इनकम पर सीधे तौर से संबंध रखता है। और सरकार को टैक्स लेने में भी आसानी हो जाती है। कौन व्यक्ति कितना कमा रहा है, और उसमे कितना टैक्स लगना चाहिए, यह सब डिटेल्स गवर्मेंट के पास होती है, जिससे कि गवर्मेंट को भी टैक्स लेने में आसानी होती है।
इनडायरेक्ट टैक्स जो होता है, उसे सरकार द्वारा दूसरे तरीके से लोगों से लिया जाता है। और यह टैक्स उन चीजों ( सामान या फिर सेवाओं ) पर पड़ता है, जिस की आम आदमी द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। जैसे की नाम से ही पता चलता है, की इनडायरेक्ट टैक्स क्या होता है। इस टैक्स का भुगतान सामान / अन्य सेवाएं के उपभोक्ता सीधे तरीके से सरकार को नहीं करते हैं। मतलब की सरकार यह टैक्स सामान को बेचने वाले के उप्पर लगाती है। और जो विक्रेता होता है, वह सामान के खरीदार से टैक्स लेता है। इसके example की बात करें तो GST, SALES TAX, आदि शामिल होते हैं।
टैक्स भरने के लाभ –
टैक्स भरने के वैसे तो बहुत से फायदे हैं, लेकिन आपको मैं उन ही फायदों के बारे में बताऊंगा, जोकि एक आम इंसान को पता होना जरूरी है।
1– आपके द्वारा जो भी टैक्स सरकार को दिया जाता है, वह यह सुनिश्चित करता है, कि देशवासियों के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सेवाएं बिना किसी रुकावट के चलती रहेंगी।
2– यदि आपको कभी भी लोन लेने की जरूरत पड़ती है, तो आप उस स्थिति में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल का प्रयोग करके आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन जितना लोन आप ले रहे हो, वह आपके इनकम टैक्स पर भी निर्भर करता है।
3– इस टैक्स के माध्यम से सरकार लोगों को रोजगार और बेहतर जीवन देने का प्रयास करती है।
4– इस टैक्स के माध्यम से देश की इकोनॉमी भी अच्छे से ग्रो (Grow ) कर पाती है।
आपको बता दें, कि पहले सरकार द्वारा अलग अलग सेवाओं में अलग अलग तरीके से टैक्स लगा रखे थे। जोकि एक बहुत ही कठिन प्रक्रिया थी। जिससे की बहुत से लोग टैक्स देने से बच जाया करते थे। लेकिन जीएसटी (GST) लागू होने के बाद टैक्स चोरी करने वालों को बहुत सी कठिनाई झेलनी पड़ रही हैं।
टैक्स चोरी करने वालों के लिए सरकार द्वारा अलग अलग नियम के तहत अलग अलग सजा का प्रावधान भी किया गया है। Income tax और GST जैसे टैक्स लगाने का जो लक्ष्य है, वह राजस्व है। और इसी राजस्व को बाद में जनता के लिए राष्ट्रीय रक्षा, वित्त पोषण, अन्य सुविधाएं आदि क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है।