Tips for intraday trading

Tips for intraday trading

Tips for intraday trading– इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए रूल

Tips for intraday trading –  यह जानने से पहले आपको ये बता दें, कि इंट्राडे ट्रेडिंग में हमको एक ही दिन के अंदर अंदर ट्रेड करना होता है। मतलब की जब तक मार्केट क्लोज होता है, उससे पहले ही हमको ट्रेड करना होता है। यह समझ सकते हैं कि मार्केट बंद होने से पहले पहले हमें अपने ट्रेड अथवा व्यापार बंद करना होता है।

 इसका मतलब यह हुआ कि जेसे ही मार्केट बंद होता है, वैसे ही हमारा बिज़नेस भी क्लोज हो जाता है। इसमें हमारे शेयर की खरीद जो होती है, वह daily bases पर होती है, चाहे इसके अंदर हमको नुकसान ही क्यों न हो। यदि आप अपने शेयर को सेल नहीं करेंगे तो जेसे ही मार्केट क्लोज होता है, वैसे ही हमारा शेयर automatically Sell हो जाता हैं।

Tips for intraday trading में आपको बता दें, कि इंट्राडे ट्रेडिंग का फायदा यह होता है, कि हम हमेशा ट्रेड करते रहते हैं, और डेली बेसिस पर हमेशा इन्वेस्ट कर सकते हैं। साथ ही इसमें डेली बेसिस पर अपने पैसे को withdrawal भी कर सकते हैं।

   अब चाहे इसके हमको हमेशा एक दिन के हिसाब से ₹1 का फायदा हुआ हो या फिर ₹100 का। जितने भी रुपए का फायदा हुआ हो वह रूपए डेली बेसिस के हिसाब से अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं। और इसमें सबसे काश बात यह भी है, कि इंट्राडे ट्रेडिंग को हम एक मिनिमम छोटे से बैलेंस के साथ भी शुरू कर सकते हैं।

Tips for intraday trading को यदि आप अच्छे से समझ कर फॉलो करते हो तो इंट्राडे  में आपको बहुत अच्छा रिटर्न मिल सकता है। परन्तु इसके साथ-साथ इसमें रिस्क भी काफी अधिक होता है। बाजार में रिस्क होना या फिर प्रॉफिट होना आम बात है। सपोर्ट और रजिस्टेंस (suppot or resistance) की मदद से हम एक बेहतर लेवल चुन सकते हैं, जिनसे की हमें कम से कम नुकसान और अधिक फायदा हो सके। लेकिन हम इसमें प्रॉफिट को ज्यादा और रिस्क को कम से कम कैसे करें, इसके लिए हमको इंट्राडे ट्रेडिंग के रुल को अच्छी तरीके से समझना चाहिए, जिससे कि हमें नुकसान कम और फायदा ज्यादा हो सके।

तो चलिए आपको उन रूल्स के बारे में बताते हैं, जिनकी सहायता से आप इंट्राडे ट्रेडिंग  करके एक अच्छा अमाउंट बना सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स –

1- Make a rule book –

इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करते समय हमको इससे पहले एक रूल बुक को बना लेना चाहिए। जिसमें की हमारी सारी डिटेल्स जेसे की हम कितना रिस्क ले सकते हैं। कितना प्रॉफिट कर सकते हैं। हमारे पास कितना पैसा गंवाने की हिम्मत है, हम आज कितना रुपए कमा सकते हैं। आदि चीजें इसके अंतर्गत लिख लेनी चाहिए।

इसके अलावा हमको स्टॉक को कैसे मोनिटर करना है, स्टॉक को कैसे जानना है, कि यह स्टॉक प्रॉफिटेबल रहेगा या नहीं। आदि इन सारी चीजों की सूची तैयार कर लेना चाहिए।

2- Set your profit target –

इस रूल के अंतर्गत हम चाहे  लॉन्ग टाइम तक इंवेस्टर रहे, या फिर शॉर्ट टाइम तक, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन हमको ट्रेडिंग करने से पहले ही अपना एक टारगेट प्राइस सेट करना चाहिए। और जो टारगेट प्राइस हमने सेट किया हुआ है, उस प्राइस के साथ हमको जुड़े रहना चाहिए। इसके साथ साथ हमको अपने टारगेट प्राइस को बार-बार चेंज भी नहीं करना चाहिए।

* बैंक निफ्टी ( Bank nifty ) क्या होता है।

* प्री ओपन मार्केट ( Pre open Market )

* स्टॉक मार्केट क्रेश ( stock market crash )

3- Define your loss point –

इस रूल के मुताबिक जिस तरीके से हमने अपना टारगेट प्राइस सेट किया था,  ठीक उसी तरीके से हमें अपने लॉस को भी सेट कर लेना चाहिए। साथ ही इसमें हमको सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस का प्रयोग भी करना चाहिए। जिससे की हमको एक अच्छा प्रॉफिट हो सके।

4- Watch market news –

इस रूल के हिसाब से जिस समय हम ट्रेडिंग कर रहे होते हैं, उससे पहले की हमको मार्केट के न्यूज के बारे में जान लेना चाहिए। या मार्केट की गतिविधियों पर हमें ध्यान देना चाहिए। और न्यूज़ को देखने के बाद ही हमको ट्रेडिंग करना चाहिए। और साथ ही न्यूज के आने पर ही आपको sell off या exit मार लेनी चाहिए।

  मतलब की हम मार्केट से आगे तो नही चल सकते हैं, परन्तु बाकी ट्रेडर्स से आगे तो चला जा सकता है। हमको अन्य ट्रेडर्स से एक कदम आगे रहना चाहिए।

5- Do your analysis by your own–

इस रूल के हिसाब से हमको हमेशा अपना एनालिसिस खुद ही करना चाहिए। और कभी भी दूसरों की सलाह जैसे कि ब्रोकर,एडवाइजर, फ्रेंड आदि की बातों पर भरोसा कर के ट्रेड को buy नहीं करना चाहिए। और अपने दम पर एनालिसिस करके ट्रेड करना चाहिए। इनकी बातों को हम सुन सकते हैं, परन्तु आखिरी में हमको खुद एनालिसिस करना चाहिए कि यह सही है कि नहीं। ओर तब जाकर ट्रेड करना चाहिए।

6- Dont open many positions at same time –

इस रूल के मुताबिक हमको बहुत सारे शेयर में एक साथ ट्रेडिंग नही करनी चाहिए। आप यह समझ सकते हैं, कि हमको बहुत से शेयर के पोजीशन को एक ही टाइम पर खोलकर नहीं रखना चाहिए। कहने का मतलब यह है, कि यदि हमनें एक ही समय में 10 स्टॉक में पैसे लगाए हुए हैं, और उन सबकी पोजीशन को ओपन कर रखी है, तो हमारे लिए इन सबको एक साथ संभालना थोड़ा मुश्किल हो जायेगा। और हमको इसकी वजह से नुकसान भी हो सकता है।

7- If you dont understand trend do nothing –

इस रूल के हिसाब से जब हमको समझ नही आता है, की आखिर मार्केट में चल क्या रहा है, तो उस समय हमको ट्रेडिंग नही करना चाहिए, ओर हमको उसी समय बाजार से निकल जाना चाहिए।

8- Trade with trend –

इस रूल के मुताबिक हमको ट्रेंड के साथ ही ट्रेड करते रहना चाहिए। और मार्केट के ट्रेंड को अच्छे तरीके से एनालिसिस करके तब जाकर हमको ट्रेड करना चाहिए।

9- Maintain a trading Dairy –

Tips for intraday trading में लास्ट रूल मेंटेन ट्रेडिंग डायरी का आता है। इस रूल के मुताबिक हमको हमेशा एक ट्रेडिंग डायरी को मेंटेन करके रखना चाहिए। और उसके अंतर्गत हमको डेली बेसिस पर एक summery बनाना चाहिए, कि हमको आज कितना प्रॉफिट हुआ है, ओर कितना नुकसान हुआ है, नुकसान हुआ है, तो वह क्यों हुआ है, आपने आज किन किन स्टॉक में पैसे लगाए, कहां पर आपने इंटर किया और कहां पर आप निकले, आदि चीजों को इसके अंतर्गत हमको नोट करना चाहिए। इन सारी चीजों को हमको अच्छे से समझना है, ताकि फिर कभी अगर फ्यूचर में ऐसी कंडीशन आए तो हम उसको अच्छे से हैंडल कर सके।

   उम्मीद करता हूं, कि आपको मेरे द्वारा बताए गए Tips for intraday trading के बारे में अच्छे से समझ आ गया होगा। 

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