Ulip full form

सरकार द्वारा जिस प्रकार से दिन प्रतिदिन टैक्स में बढ़ोतरी की जा रही है। इससे सभी लोगों के बीच डर का माहौल सा बन गया है। तो इसी टैक्स के बीच दीर्घावधि पूंजी लाभ (LTCG) पर भी 10 परसेंट तक का टैक्स लगाने का प्रस्ताव, इन्वेस्टर के बीच चिंता का विषय बना हुआ था। तो इसी टैक्स को बचाने के प्रयास में ULIP (Unit linked insurance plan) की शुरुआत करने की सोची गई। जोकि नए LTCG कर के प्रभाव से थोड़ा बचा रहेगा।

तो चलिए आज मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताऊंगा की आखिर यह ULIP होता क्या है। और यह किस तरह से आपकी क्या मदद कर सकता है। इसके क्या लाभ और क्या नुकसान हैं, और भी बहुत सी चीजें।

ULIP

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ULIP का पूरा नाम यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान है। यह एक ऐसा प्लान है, जिसमे की इन्वेस्टमेंट लाभ और बीमा लाभ दोनों एक में ही एकीकृत होते हैं। इनको मुख्यत बीमा कंपनियों द्वारा ही लाया जाता है। और इसको सबसे पहले UTI (Unit Trust of India) ने सबसे पहले लॉन्च किया था। सामान्यत इसकी सेवा अभी भारत देश में ही चली जा रही है।

जब आपके द्वारा यूलिप में इन्वेस्टमेंट किया जाता है, तो बीमा कंपनी द्वारा शेयर और बॉन्ड आदि चीजें में प्रीमियम का पैसा निवेश किया जाता है। और बाकी जितनी भी राशि बची होती है, उसका प्रयोग बीमा कवर प्रदान करने के लिए किया जाता है। यहां बीमा कंपनियों ने आपके फंड मैनेजर होते हैं। जोकि निवेश को कहां कितना अमाउंट में डालना है, उसका प्रबंध करते हैं। इसके अलावा टूल आपको आपके जोखिम के हिसाब से लोन और इक्विटी आधारित शेयर के बीच आपने पोर्टफोलियो को बदलने की अनुमति देता है।

यूलिप (ULIP) की प्रोसेस–

ULIP इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट (Investment) के बीच का संयोजन प्लान होता है। जिसमे की जब आप प्रीमियम का भुगतान करते हैं तो इसका एक हिस्सा इंश्योरेंस कंपनी द्वारा आपको इंश्योरेंस कवरेज के तौर पर प्रदान कर दिया जाता है। और बाकी का हिस्सा जो होता है, वह कर्ज और शेयर की प्रतिभूतियों में इन्वेस्टमेंट के लिए प्रयोग किया जाता है।

Mutual fund और ULIP के बीच समानता–

जिस तरीके से हम म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एक साथ अपनी जरूरत के हिसाब से इन्वेस्ट कर देते हैं। या फिर उसमे जमा कर लेते हैं। और अपने हिसाब से उसे बाद में कम कर सकते हैं। इसमें साथ ही जोखिम को कम करके लाभ ले सकते हैं।

ठीक उसी तरीके से ULIP भी काम करता है, वह भी आपका एक निश्चित संख्या में फंड रखेगा। जोकि दिनों के आधार पर आए NAV (Net Asset value) को रखता है। एक फंड की प्रत्येक इकाई का मूल्य, जितने भी टोटल इकाई होती हैं, उनकी कुल संख्या द्वारा फंड के निवेश के कुल मूल्य को विभाजित करके गणना करता है।

यदि रिटर्न की बात करें तो रिटर्न की दर NAV के माध्यम से तय की जाती है।

ULIP, किस प्रकार से म्यूचुअल फंड से अलग है–

म्यूचुअल फंड की बात करें तो इसमें हम जब चाहे तब इन्वेस्ट करते हैं। इसके साथ ही यदि हमको लगे की यह हमारे लिए अब अच्छा साबित नहीं होगा, तो तब हमारे पास बेचने की स्वतंत्रता होती है। और हम इसे बेच सकते हैं।

लेकिन यदि हम ULIP की बात करें तो इसमें न्यूनतम 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है। इसके साथ ही इसमें बीमा कवरेज भी शामिल होता है। लेकिन यदि आप ULIP से संतुष्ट नहीं हैं और आप अपना बीमा कवर खो लेते हैं, तो इस केस में आपके लिए इसे बेचना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

किस तरह बीमा पॉलिसी है, ULIP के समान–

जिस तरह आपके द्वारा किसी बीमा कंपनी को एक प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। और बीमा कंपनी के द्वारा इंश्योरेंस में जीवन बीमा का कवरेज दिया जाता है। हालांकि प्रीमियम के हिसाब से ही आपकी योजना तय की जाती है। इसमें आप मासिक, त्रामाशिक, अर्धमाशिक या वार्षिक के आधार पर प्रीमियम भुगतान कर अपना प्लान तय कर सकते हैं।

ठीक ULIP भी इसी तरह का एक इन्वेस्टमेंट हैं। जोकि वह सब चीजें ही प्रोवाइड करवाता है, जोकि आपको जीवन बीमा के अंतर्गत मिलता है। अतः आप यह समझ सकते हैं, कि ULIP भी एक तरह का बीमा ही है।

ULIP के फायदे–

ULIP

ULIP के बहुत से फायदे होते हैं।

  • यूलिप की मदद से हम मार्केट से काफी अच्छे रिटर्न्स की उम्मीद कर सकते हैं। क्योंकि यूलिप जो होता है, वह मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करता है। और यदि मार्केट अपने पक्ष में होगा तो काफी अच्छा रिटर्न्स देखने को मिल सकता है।
  • यूलिप एक प्रकार की बीमा पॉलिसी ही है। इसमें बीमा पॉलिसी की बहुत सी विशेषताओं के साथ आपको जीवन रक्षा कवरेज प्रदान किया जाता है।
  • ULIP की मिनिमम अवधि 5 वर्ष होती है। इसको आप अपने हिसाब से इससे अधिक भी कर सकते हैं। लेकिन आपको प्रीमियम फिर उसी हिसाब से देना होगा। यूलिप के परिपक्व होने पर आपको पूरा भुगतान कर दिया जाता है।
  • यूलिप में आपको बहुत से प्रकार के निवेश योजनाओ में स्विच करने का मौका मिलता है।
  • यूलिप से मिले रिटर्न्स पर आप टैक्स के मामले में छूट ले सकते हैं। यह आपका धारा 80 सी और 10 डी के तहत टैक्स फ्री होता है।

यूलिप में जोखिम–

आपने बहुत बार टीवी या सोशल मीडिया में बीमा कंपनियों के विज्ञापन में जरूर सुना होगा कि ये बाजार जोखिमों के अधीन है, कृपया निवेश करने दे पहले दस्तावेशों को ध्यान से पढ़े। क्योंकि बीमा कंपनियों में आज कल बहुत से फ्रॉड सामने आ रहे हैं। और साथ ही यह किसी रिस्क से कम भी नहीं है।

यदि आपको भी ULIP में इन्वेस्ट करना है, तो पहले आप यह निश्चित करें की इसको लेने से पहले आप विव्रणपत्र को ध्यान से पड़ें और समझे। आपके यूनाईटेड लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान से आपका जो रिटर्न होगा वह सीधे ही बाजार से जुड़ा होता है। और बाजार का आपके पक्ष में साथ न देने पर आप एक पॉलिसी धारक के रूप में पूरे जोखिम का सामना भविष्‍य में उठा सकते हैं।

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