Index fund kya hota hai

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Index fund | हिन्दी में |

क्या आपको पता है, कि Index fund लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर के लिए एक बेस्ट इन्वेस्टमेंट होती है, जो कि बाकी स्टॉक्स के इन्वेस्टमेंट को भी आसानी से मात दे सकती है। इंडेक्स को आप इस तरह से समझ सकते हैं, जैसे कि निफ्टी 50 में,निफ्टी की टॉप 50 कंपनियां आती हैं, सेंसेक्स में टॉप 30 कंपनिया आती हैं। 

ऐसे ही आपके कुछ सेक्टर भी होते हैं, जैसे कि फार्मा सेक्टर, बैंक सेक्टर, आईटी सेक्टर आदि सेक्टर होते हैं, जिनमें की बहुत सी कंपनियों के स्टॉक्स रहते हैं। हालांकि सेक्टर में आपके उसी से रिलेटेड कंपनियां आती हैं, जोकि जिस सेक्टर से संबंधित होंगी। उसके अतिरिक्त अन्य दूसरी कंपनी उस सेक्टर में नही आएंगी। यदि कोई भी फंड इन इंडेक्स या सेक्टर में निवेश करता है, तो उसे इंडेक्स फंड कहा जाता है।

 Index fund भी एक तरीके का म्यूचुअल फंड ( Mutual fund )  ही होता है, जिनमें की हम जैसे लोगों से पैसे ले कर के फंड मैनेजर द्वारा इनवेस्ट कर लिया जाता है। परंतु म्यूचुअल फंड जैसे किसी भी स्टॉक्स में इनवेस्ट कर सकता है। उस तरह यह फंड अपने वादे से नहीं मुकर सकता। इसका मतलब यह है, की अगर इंडेक्स फंड ने कह रखा है, कि वह निफ्टी 50 में ही इनवेस्ट करेगा तो वह किसी अन्य स्टॉक्स में निवेश नही कर सकते हैं।

म्यूचुअल फंड और इंडेक्स फंड –

म्यूचुअल फंड और Index fund कहने को तो समान ही हैं, परंतु इनमें बहुत अंतर होता है। आइए देखें वे अंतर कोन कौन से हैं।

1– म्यूचुअल फंड में लोगों के द्वारा पैसा इकट्ठा करने के बाद सब कुछ फंड मैनेजर के हाथ में होता है, जब उसको अवसर दिखते हैं, वह तब पैसों को इनवेस्ट और अवसर न दिखने पर इन्वेस्टमेंट को बाहर निकालता है। साथ ही अपने हिसाब से किसी भी स्टॉक्स में इनवेस्ट करता है। मतलब की म्यूचुअल फंड एक तरह का एक्टिव फॉर्म ऑफ़ इन्वेस्टमेंट है।

Index fund में आपके पैसों को एक पार्टिकुलर इंडेक्स में ही इनवेस्ट किया जाता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, कि उस इंडेक्स में उस समय क्या चल रहा है। फंड मैनेजर के द्वारा बिना सोचे समझे ही उस इंडेक्स में इनवेस्ट कर दिया जाता है। मतलब की यह एक प्रकार का पैसिव फॉर्म ऑफ़ इन्वेस्टमेंट या फिर पैसिव इनकम ( Passive income ) समझ सकते है।

2– म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर को को समय समय में स्टॉक्स में ध्यान देना पड़ता है, और अपने स्टॉक्स को टाइम के साथ साथ बदलना पड़ता है।

Index fund में फंड मैनेजर को क्वार्टरली के परिणाम आने के बाद ही अपने स्टॉक्स को बदलना पड़ता है, जो कि उस समय इंडेक्स के अंदर हैं। जो भी स्टॉक्स उस इंडेक्स के अंदर आए होते हैं, उनमें मैनेजर के द्वारा सीधा ही इंडेक्स में इनवेस्ट कर लिया जाता है।

3– म्यूचुअल फंड में एक्टिवली काम ज्यादा रहता है तो इस वजह से म्यूचुअल फंड का एक्सपेंस रेश्यो भी कुछ ज्यादा होता है। एक्सपेंस रेश्यो से मतलब की फंड को संभालने के लिए जो भी खर्चा होता है, उसे एक्सपेंस रेश्यो कहा जाता है। म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो लगभग 1.5 से 2 पर्सेंट तक काटा जाता है।

Index fund में काम का प्रेशर थोड़ा कम होता है, जिस वजह से मेंटेनिंग फीस भी कम ही खर्च होती है। Index fund में एक्सपेंस रेश्यो मात्र 0.1 से 0.3 पर्सेंट तक ही काटी जाती है।

क्यों इंडेक्स फंड (Index fund) में निवेश करें –

1– इसका पहला कारण यह है, कि इसमें हमें कम चार्ज देना होता है, जोकि उस समय तो हमको बहुत छोटा अमाउंट लगता है, लेकिन यदि हम इसे लॉन्गटर्म के बेस पर देखें तो यह हमको एक बड़ा अमाउंट दिखता है।

2– कोई भी म्यूचुअल फंड लंबे समय में इंडेक्स फंड को कभी भी मात नही दे पाते। मतलब की लंबे समय में म्यूचुअल फंड से अच्छे रिटर्न्स हमको Index fund में देखने को मिलते हैं।

इसमें एक यह बात भी हमें ध्यान रखना चाहिए कि म्यूचुअल फंड के रिटर्न्स में हमको जो रिटर्न्स दिखाए जाते हैं, उनमें डिविडेंट भी इंक्लूड रहते हैं। लेकिन इंडेक्स फंड में ऐसा नहीं दर्शाया जाता है। अतः हमें दोनो को बराबर में ही कंपेयर करके देखना चाहिए।

ट्रैकिंग डिफरेंस – आप लोग यह सोच रहे होंगे कि अब यह ट्रैकिंग डिफरेंस क्या है, तो आपको मैं एक सरल से उदहारण से समझता हूं। माना कोई इंडेक्स फंड (निफ्टी 50 ) है। और उसने साल भर में 15 पर्सेंट के रिटर्न्स दिए। लेकिन जब हम इस इन्वेस्टमेंट को देखते हैं तो हमें यह लगभग 14.5 पर्सेंट तक ही दिखता है, मतलब की इस रिटर्न्स में हमको जो 0.5 पर्सेंट का डिफरेंस दिखता है, उसे ही हम ट्रैकिंग डिफरेंस कहते हैं।

ट्रैकिंग इरर– जब भी हम कभी 4 से 5 साल का डिफरेंस ट्रैक करते हैं, तो हमको यह डिफरेंस कभी 1% का तो कभी कुछ और पर्सेंट का दिखता है। मतलब की उनके रिटर्न्स में कंसेंटेंसी नही बनी होती है इसे ही हम ट्रैकिंग एरर कहते हैं। ट्रैकिंग एरर सामान्यत वोलेटिलिटी को कंपेयर करता है।

जब भी हम किसी Index fund में इनवेस्ट करते हैं तो हमारा टारगेट यह होना चाहिए कि उसमें कम से कम ट्रैकिंग एरर होना चाहिए। ट्रैकिंग एरर कभी भी जीरो नही हो सकता है।

Index fund में इनवेस्ट करने से पहले क्या देखे –

1– Index fund में निवेश करते समय हमें उसके चार्जेस देख लेने चाहिए। जितना कम से कम हों, उतना हमारे लिए सही रहता है।

2– इसमें ट्रैकिंग एरर कम से कम होना चाहिए।

3– इसमें इनवेस्ट करने के लिए हमें किसी भी डीमैट अकाउंट (Demat account ) की जरूरत नही होती है । इसके लिए हम किसी भी तरीके से निवेश कर सकते हैं। उद्धरण के लिए हम इसमें म्यूचुअल फंड के थ्रू या फिर किसी ऐप जैसे ग्रो आदि से इनवेस्ट कर सकते हैं।

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